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बुलंदशहर की महिला थाना प्रभारी: दो दिलों को मिलाने वाली रजनी वर्मा

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बुलंदशहर की महिला थाने में तैनात प्रभारी निरीक्षक रजनी वर्मा ने अपने अद्वितीय कार्यों से शहर में एक मिसाल कायम की है। छह माह के अल्प समय में ही उन्होंने 50 से अधिक दंपतियों के बीच के विवाद को सुलझाकर उन्हें एक साथ जीवन बिताने का अवसर दिया है। रजनी वर्मा के प्रयासों से इन परिवारों में खुशियों का माहौल बना है।

हाल ही में संध्या और प्रदीप के बीच का विवाद इस कदर बढ़ गया था कि सुलह की कोई गुंजाइश नहीं दिख रही थी। लेकिन महिला थाना प्रभारी रजनी वर्मा और उनकी टीम ने धैर्यपूर्वक समझदारी से काम लेते हुए दोनों के दिलों को फिर से जोड़ दिया। यह उनकी कुशलता और मानवता का प्रत्यक्ष प्रमाण है।

रजनी वर्मा का कार्य केवल यहीं तक सीमित नहीं है। वह अपने काम को लेकर अत्यंत संजीदा और संवेदनशील रहती हैं। अपने सादगी भरे अंदाज में वह थाने में आने वाली सभी शिकायतों को गंभीरता से लेती हैं और शीघ्र ही उन पर कार्रवाई करती हैं। उनकी सक्रियता और त्वरित निर्णय क्षमता के कारण कई मामलों का समाधान तुरंत हो जाता है।

रजनी वर्मा ने जिस तरह से बुलंदशहर में अपने कर्तव्यों का पालन किया है, वह सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। उनके कार्यों ने न केवल पुलिस विभाग का मान बढ़ाया है बल्कि समाज में भी एक सकारात्मक संदेश दिया है कि पुलिसकर्मी न केवल कानून और व्यवस्था बनाए रखने में सक्षम हैं बल्कि मानवीय संवेदनाओं को समझते हुए परिवारों को भी जोड़ सकते हैं।

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बुलंदशहर में पिछले छह माह में रजनी वर्मा ने जो भी उपलब्धियां हासिल की हैं, वे उनकी लगन और समर्पण का परिणाम हैं। उनके प्रयासों से न केवल दंपतियों के बीच के विवाद सुलझे हैं बल्कि समाज में पुलिस के प्रति विश्वास और बढ़ा है।

रजनी वर्मा की कार्यशैली और उनके द्वारा किए गए कार्य न केवल बुलंदशहर बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक उदाहरण हैं। वह एक ऐसी महिला अधिकारी हैं जिन्होंने यह सिद्ध कर दिया है कि सच्ची सेवा भावना और समर्पण से किसी भी चुनौती का सामना किया जा सकता है। उनकी कार्यक्षमता और संवेदनशीलता ने उन्हें समाज में एक विशिष्ट स्थान दिलाया है।

महिला थाना प्रभारी रजनी वर्मा का यह संजीदा और मानवीय दृष्टिकोण न केवल पुलिस विभाग बल्कि समाज के हर हिस्से में सराहा जा रहा है। उनके प्रयासों से न केवल बुलंदशहर बल्कि पूरे प्रदेश में एक सकारात्मक संदेश फैल रहा है कि पुलिसकर्मी भी समाज के हित में कार्य कर सकते हैं और परिवारों को जोड़ने का काम कर सकते हैं।

उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि रजनी वर्मा जैसे अधिकारी समाज के लिए वरदान हैं। उनके कार्य और योगदान को सलाम, भविष्य में ऐसे किस्से और कहानिया ही अन्य अफसरों और लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगे जिससे कि कल को होने वाले प्रेम संबंधित मामलों और अपराधों में भी प्रशासन को आसानी मिलेगी।

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Meerut News | मेरठ में गुर्जर जनजागृति सम्मेलन, समाज के विकास पर होगी चर्चा

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मेरठ में गुर्जर जनजागृति सम्मेलन, समाज के विकास पर होगी चर्चा

मेरठ, 22 मार्च 2025: संयुक्त गुर्जर परिसंघ, मेरठ द्वारा गुर्जर जनजागृति सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम शनिवार, 22 मार्च को सुबह 11 बजे, सुभाष भवन, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में आयोजित होगा।

इस सम्मेलन में मेरठ के स्टेट और नेशनल स्तर के खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा और समाज के राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा होगी।

सम्मेलन की जानकारी अहलकार सिंह नागर ने दी।

इस कार्यक्रम की जानकारी श्री अहलकार सिंह नागर द्वारा साझा की गई है। वे सम्मेलन के प्रमुख आयोजकों में से एक हैं और सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उनके अनुसार, इस सम्मेलन का उद्देश्य गुर्जर समाज को राजनीतिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है।

सम्मेलन के मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि:

मुख्य अतिथि:

मा० डॉ. सोमेंद्र तोमर (राज्य मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार)

मा० चंदन चौहान (सांसद, लोकसभा बिजनौर)

मा० अतुल प्रधान (विधायक, विधानसभा सरधना)

विशिष्ट अतिथि:

मा० हरीश पाल (पूर्व सांसद, मेरठ)

मा० चौधरी जगबीर सिंह गुर्जर

मा० रविन्द्र भड़ाना (पूर्व कैबिनेट मंत्री, मेरठ)

सम्मेलन का उद्देश्य:

गुर्जर समाज को राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत और संगठित करना इस सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य है।

संयुक्त गुर्जर परिसंघ मेरठ ने समाज के सभी सम्मानित व्यक्तियों से इस सम्मेलन में शामिल होने की अपील की है।

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Meerut News | “स्वस्थ नारी, सशक्त नारी: सुभारती विश्वविद्यालय में महिला नेतृत्व और स्वास्थ्य जागरूकता संगोष्ठी”

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  1. महिला नेतृत्व और स्वास्थ्य पर विशेषज्ञों का व्याख्यान

मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठआंतरिक शिकायत प्रकोष्ठ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित साप्ताहिक कार्यक्रम श्रृंखला के अंतर्गत “महिला नेतृत्व और सामान्य स्वास्थ्य समस्याएं” विषय पर विशेषज्ञों का व्याख्यान आयोजित किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय में कार्यरत महिलाओं को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित भी किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ एवं उद्देश्य

कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति मेजर जनरल डॉ. जी.के. थपलियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. शल्या राज, महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ. अंजलि खरे और आंतरिक शिकायत प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ. रीना विश्नोई ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
डॉ. अंजलि खरे ने स्वागत भाषण देते हुए कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला और महिलाओं को समाज और परिवार के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।

महिला स्वास्थ्य और नेचुरोपैथी की भूमिका

महर्षि अरबिंदो सुभारती कॉलेज एंड हॉस्पिटल ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंसेज की डॉ. अर्चना अनिल कुमार ने महिलाओं के स्वास्थ्य में नेचुरोपैथी की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि नेचुरोपैथी महिलाओं के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक है।
उन्होंने हृदय रोग, शुगर, तनाव, मूत्र संबंधी रोग, थायराइड, यौन संचारित संक्रमण आदि में योग, मसाज, एक्यूपंक्चर और अरोमाथेरेपी को प्रभावी बताया।

ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर जागरूकता

सुभारती मेडिकल कॉलेज की प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. रेखा गुप्ता ने ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर को लेकर जागरूक किया। उन्होंने बताया कि भारत में हर 28 में से 1 महिला को ब्रेस्ट कैंसर का खतरा रहता है और हर 18 मिनट में एक महिला की मृत्यु हो रही है।
कैंसर के प्रमुख कारण – फिजिकल एक्टिविटी की कमी, बढ़ता वजन, प्रदूषण, टाइट फिटिंग ब्रा, हार्मोन में बदलाव, देर से संतान जन्म, स्तनपान न कराना आदि।
उन्होंने महिलाओं को 40 वर्ष की उम्र के बाद मैमोग्राम टेस्ट कराने की सलाह दी और तनाव मुक्त जीवनशैली अपनाने पर जोर दिया।

मासिक धर्म स्वच्छता पर जागरूकता

डॉ. स्वाति शुक्ला (सुभारती मेडिकल कॉलेज) ने महिलाओं को मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने सुरक्षित और प्रभावी उत्पादों जैसे सैनिटरी पैड, टैम्पोन, मेंस्ट्रुअल कप और पुन: उपयोग किए जाने वाले कपड़े के पैड अपनाने की सलाह दी।
उन्होंने हर 4-6 घंटे में नैपकिन बदलने और पानी से सफाई करने की जरूरत बताई ताकि संक्रमण से बचा जा सके।

महिला नेतृत्व को सम्मान

कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में महिला नेतृत्व को प्रोत्साहित करने के लिए कई महिलाओं को सम्मानित किया गया, जिनमें शामिल हैं:

  • डॉ. गीता परवंदा (डीन, नर्सिंग कॉलेज)
  • डॉ. जैस्मिन आनन्दाबाई (डीन, फिजियोथेरेपी)
  • लवली माहेश्वरी (निदेशक, क्रय विभाग)
  • डॉ. मोनिका मेहरोत्रा (अध्यक्ष, स्वामी विवेकानंद शोध पीठ)
  • डॉ. रेनू मावी (कार्यवाहक डीन, साइंस कॉलेज)
  • डॉ. सारिका अभय (प्रभारी, लिंग संवेदीकरण प्रकोष्ठ)
  • डॉ. निशा सिंह (मैनेजमेंट कॉलेज)
  • डॉ. निष्मा सिंह (विभागाध्यक्ष, होम साइंस)
  • डॉ. सीमा शर्मा (विभागाध्यक्ष, भाषा)
  • डॉ. भावना ग्रोवर (विभागाध्यक्ष, परफॉर्मिंग आर्ट्स)
  • स्वाति (वित्त अधिकारी)
  • पूजा चौधरी, भावना, मेग्डीलेन (महिला सुरक्षा अधिकारी)
  • डॉ. अंजलि खरे, डॉ. रीना विश्नोई

समापन और धन्यवाद ज्ञापन

कार्यक्रम का संचालन डॉ. अर्निका ने किया, जबकि अवार्ड समारोह का संचालन डॉ. अंशुल सक्सेना ने किया।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रीना विश्नोई ने दिया।
इस अवसर पर डॉ. वैभव गोयल भारतीय सहित विश्वविद्यालय के सभी संकायों की महिला पदाधिकारी, शिक्षिकाएं और छात्राएं उपस्थित रहीं।


स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय महिलाओं के स्वास्थ्य और नेतृत्व को सशक्त बनाने के लिए इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम लगातार आयोजित करता रहेगा।

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Meerut News : कैंची कारीगर ने खड़ी कर दी पिस्टल फैक्ट्री, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा

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मेरठ: कैंची कारीगर ने खड़ी कर दी पिस्टल फैक्ट्री, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा

अवैध हथियारों का जखीरा बरामद, 20 हजार रुपये में बेचता था पिस्टल

मेरठ पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए थाना लोहियानगर क्षेत्र में अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। मुखबिर की सूचना पर एसएसपी मेरठ डॉ. विपिन ताडा के निर्देशन में पुलिस टीम ने हुमायूं नगर, गली नंबर 3 में छापा मारकर 13 निर्मित और अर्धनिर्मित पिस्टल, 436 मैगजीन और हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए। पुलिस ने मौके से अभियुक्त मुईज पुत्र जमील को गिरफ्तार कर लिया।

मकान की तीसरी मंजिल पर बना रखी थी पिस्टल फैक्ट्री

गिरफ्तार अभियुक्त मुईज पुत्र जमील ने पूछताछ में बताया कि वह पेशे से कैंची कारीगर था, लेकिन इस काम से ज्यादा पैसा न मिलने के कारण उसने अवैध हथियार बनाने का गोरखधंधा शुरू कर दिया।

मुईज ने अपने मकान की तीसरी मंजिल पर बायोमेट्रिक लॉक लगाकर पूरी पिस्टल फैक्ट्री बना रखी थी, जहां वह चोरी-छिपे अवैध हथियारों का निर्माण करता था। उसने बताया कि वह शस्त्र की दुकान पर भी काम कर चुका था, जिससे उसे हथियारों की बारीकियां सीखने का मौका मिला।

20 हजार रुपये में बेचता था पिस्टल

अभियुक्त मुईज ने खुलासा किया कि वह पिस्टल तैयार करने के बाद उन्हें 20 हजार रुपये में बेचता था। वह पिस्टल के अधबने पार्ट्स राशिद पुत्र इकबाल (श्यामनगर, थाना लिसाड़ी गेट, मेरठ) से खरीदता था और जब पिस्टल पूरी तरह तैयार हो जाती थी, तो वह राशिद और राजकुमार पुत्र नरपत (महिपा जागीर, थाना सिकंदराबाद, बुलंदशहर) को बेच देता था।

थाना लोहियानगर पुलिस को मिला 25 हजार रुपये का इनाम

इस बड़ी सफलता पर एसएसपी मेरठ डॉ. विपिन ताडा ने थाना लोहियानगर पुलिस टीम को 25,000 रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की।

पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसएसपी ने पूरे मामले का खुलासा किया और बताया कि यह संगठित गिरोह लंबे समय से अवैध हथियारों का कारोबार कर रहा था।

बरामदगी का विवरण:

13 पिस्टल (निर्मित)

436 मैगजीन

ड्रिल मशीन (इलेक्ट्रिक) – 01

ग्राइंडर किट – 02

बर्नियर कैलिबर – 02

स्प्रिंग – 04 (छोटे-बड़े)

फायरिंग पिन – 01

बट की लकड़ी – 39 जोड़ी

इस पूरे मामले में पुलिस आगे की जांच कर रही है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

बाइट: एसएसपी मेरठ डॉ. विपिन ताडा

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