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ज्ञानवापी परिसर में गेट निर्माण पर विवाद: मुस्लिम समुदाय का जोरदार विरोध

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वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में प्रशासन द्वारा गेट लगाए जाने के फैसले ने मुस्लिम समुदाय में भारी आक्रोश उत्पन्न कर दिया है। आज, सैकड़ों मुस्लिम समुदाय के लोग श्री काशी विश्वनाथ गेट नंबर 4 पर एकत्रित हुए और इस निर्णय का कड़ा विरोध किया।

वार्ता का हुआ प्रयास

प्रशासन और मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता हुई, जिसमें यह निष्कर्ष निकला कि गेट नहीं बनाए जाएंगे। इसके बावजूद, मुस्लिम समुदाय के लोग पहले से बने पिलर को तोड़ने पर अड़े रहे।

अगर लक्ष्मीकांत वाजपेई भी केशव मौर्य की तरह हाय-तौबा मचाते तो क्या होता?

मुस्लिम समुदाय की आपत्ति

मुस्लिम समुदाय का कहना है कि मंदिर प्रशासन ने गेट बनाने का प्रस्ताव मस्जिद कमेटी के समक्ष नहीं रखा और न ही उन्हें इस बारे में कोई जानकारी दी गई। इस वजह से समुदाय में रोष व्याप्त है। समुदाय के प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने उनकी भावनाओं और धार्मिक स्वतंत्रता का सम्मान नहीं किया।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन

समुदाय के लोगों का यह भी आरोप है कि इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया गया है। उन्होंने दावा किया कि गेट और पिलर निर्माण का कार्य सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों का उल्लंघन करता है।

आंदोलन की योजना

मुस्लिम समुदाय ने यह स्पष्ट कर दिया कि जब तक पिलर नहीं हटाया जाएगा, वे वहीं डटे रहेंगे। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन सिर्फ एक विरोध नहीं है, बल्कि उनके धार्मिक अधिकारों और न्याय के लिए लड़ाई है। समुदाय के वरिष्ठ नेताओं ने ऐलान किया कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे और अधिक बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

प्रशासन की ओर से कहा गया कि उन्होंने शांति बनाए रखने और कानून व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं। प्रशासन ने बताया कि उन्होंने वार्ता के माध्यम से समस्या का समाधान करने की कोशिश की है और उम्मीद है कि जल्द ही कोई स्थायी समाधान निकलेगा।

स्थानीय नागरिकों की प्रतिक्रिया

स्थानीय नागरिकों में भी इस घटना को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ लोग प्रशासन के फैसले के समर्थन में हैं, जबकि अन्य मुस्लिम समुदाय की चिंताओं को समझते हुए उनके साथ खड़े हैं।

इस विवाद ने एक बार फिर धार्मिक स्थलों के मुद्दों को चर्चा के केंद्र में ला दिया है और इससे निपटने के लिए प्रशासन को सावधानीपूर्वक कदम उठाने की आवश्यकता है।

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Meerut News | मेरठ में गुर्जर जनजागृति सम्मेलन, समाज के विकास पर होगी चर्चा

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मेरठ में गुर्जर जनजागृति सम्मेलन, समाज के विकास पर होगी चर्चा

मेरठ, 22 मार्च 2025: संयुक्त गुर्जर परिसंघ, मेरठ द्वारा गुर्जर जनजागृति सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम शनिवार, 22 मार्च को सुबह 11 बजे, सुभाष भवन, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में आयोजित होगा।

इस सम्मेलन में मेरठ के स्टेट और नेशनल स्तर के खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा और समाज के राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा होगी।

सम्मेलन की जानकारी अहलकार सिंह नागर ने दी।

इस कार्यक्रम की जानकारी श्री अहलकार सिंह नागर द्वारा साझा की गई है। वे सम्मेलन के प्रमुख आयोजकों में से एक हैं और सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उनके अनुसार, इस सम्मेलन का उद्देश्य गुर्जर समाज को राजनीतिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है।

सम्मेलन के मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि:

मुख्य अतिथि:

मा० डॉ. सोमेंद्र तोमर (राज्य मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार)

मा० चंदन चौहान (सांसद, लोकसभा बिजनौर)

मा० अतुल प्रधान (विधायक, विधानसभा सरधना)

विशिष्ट अतिथि:

मा० हरीश पाल (पूर्व सांसद, मेरठ)

मा० चौधरी जगबीर सिंह गुर्जर

मा० रविन्द्र भड़ाना (पूर्व कैबिनेट मंत्री, मेरठ)

सम्मेलन का उद्देश्य:

गुर्जर समाज को राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत और संगठित करना इस सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य है।

संयुक्त गुर्जर परिसंघ मेरठ ने समाज के सभी सम्मानित व्यक्तियों से इस सम्मेलन में शामिल होने की अपील की है।

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Meerut News | “स्वस्थ नारी, सशक्त नारी: सुभारती विश्वविद्यालय में महिला नेतृत्व और स्वास्थ्य जागरूकता संगोष्ठी”

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  1. महिला नेतृत्व और स्वास्थ्य पर विशेषज्ञों का व्याख्यान

मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठआंतरिक शिकायत प्रकोष्ठ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित साप्ताहिक कार्यक्रम श्रृंखला के अंतर्गत “महिला नेतृत्व और सामान्य स्वास्थ्य समस्याएं” विषय पर विशेषज्ञों का व्याख्यान आयोजित किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय में कार्यरत महिलाओं को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित भी किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ एवं उद्देश्य

कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति मेजर जनरल डॉ. जी.के. थपलियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. शल्या राज, महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ. अंजलि खरे और आंतरिक शिकायत प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ. रीना विश्नोई ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
डॉ. अंजलि खरे ने स्वागत भाषण देते हुए कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला और महिलाओं को समाज और परिवार के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।

महिला स्वास्थ्य और नेचुरोपैथी की भूमिका

महर्षि अरबिंदो सुभारती कॉलेज एंड हॉस्पिटल ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंसेज की डॉ. अर्चना अनिल कुमार ने महिलाओं के स्वास्थ्य में नेचुरोपैथी की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि नेचुरोपैथी महिलाओं के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक है।
उन्होंने हृदय रोग, शुगर, तनाव, मूत्र संबंधी रोग, थायराइड, यौन संचारित संक्रमण आदि में योग, मसाज, एक्यूपंक्चर और अरोमाथेरेपी को प्रभावी बताया।

ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर जागरूकता

सुभारती मेडिकल कॉलेज की प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. रेखा गुप्ता ने ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर को लेकर जागरूक किया। उन्होंने बताया कि भारत में हर 28 में से 1 महिला को ब्रेस्ट कैंसर का खतरा रहता है और हर 18 मिनट में एक महिला की मृत्यु हो रही है।
कैंसर के प्रमुख कारण – फिजिकल एक्टिविटी की कमी, बढ़ता वजन, प्रदूषण, टाइट फिटिंग ब्रा, हार्मोन में बदलाव, देर से संतान जन्म, स्तनपान न कराना आदि।
उन्होंने महिलाओं को 40 वर्ष की उम्र के बाद मैमोग्राम टेस्ट कराने की सलाह दी और तनाव मुक्त जीवनशैली अपनाने पर जोर दिया।

मासिक धर्म स्वच्छता पर जागरूकता

डॉ. स्वाति शुक्ला (सुभारती मेडिकल कॉलेज) ने महिलाओं को मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने सुरक्षित और प्रभावी उत्पादों जैसे सैनिटरी पैड, टैम्पोन, मेंस्ट्रुअल कप और पुन: उपयोग किए जाने वाले कपड़े के पैड अपनाने की सलाह दी।
उन्होंने हर 4-6 घंटे में नैपकिन बदलने और पानी से सफाई करने की जरूरत बताई ताकि संक्रमण से बचा जा सके।

महिला नेतृत्व को सम्मान

कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में महिला नेतृत्व को प्रोत्साहित करने के लिए कई महिलाओं को सम्मानित किया गया, जिनमें शामिल हैं:

  • डॉ. गीता परवंदा (डीन, नर्सिंग कॉलेज)
  • डॉ. जैस्मिन आनन्दाबाई (डीन, फिजियोथेरेपी)
  • लवली माहेश्वरी (निदेशक, क्रय विभाग)
  • डॉ. मोनिका मेहरोत्रा (अध्यक्ष, स्वामी विवेकानंद शोध पीठ)
  • डॉ. रेनू मावी (कार्यवाहक डीन, साइंस कॉलेज)
  • डॉ. सारिका अभय (प्रभारी, लिंग संवेदीकरण प्रकोष्ठ)
  • डॉ. निशा सिंह (मैनेजमेंट कॉलेज)
  • डॉ. निष्मा सिंह (विभागाध्यक्ष, होम साइंस)
  • डॉ. सीमा शर्मा (विभागाध्यक्ष, भाषा)
  • डॉ. भावना ग्रोवर (विभागाध्यक्ष, परफॉर्मिंग आर्ट्स)
  • स्वाति (वित्त अधिकारी)
  • पूजा चौधरी, भावना, मेग्डीलेन (महिला सुरक्षा अधिकारी)
  • डॉ. अंजलि खरे, डॉ. रीना विश्नोई

समापन और धन्यवाद ज्ञापन

कार्यक्रम का संचालन डॉ. अर्निका ने किया, जबकि अवार्ड समारोह का संचालन डॉ. अंशुल सक्सेना ने किया।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रीना विश्नोई ने दिया।
इस अवसर पर डॉ. वैभव गोयल भारतीय सहित विश्वविद्यालय के सभी संकायों की महिला पदाधिकारी, शिक्षिकाएं और छात्राएं उपस्थित रहीं।


स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय महिलाओं के स्वास्थ्य और नेतृत्व को सशक्त बनाने के लिए इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम लगातार आयोजित करता रहेगा।

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Meerut News : कैंची कारीगर ने खड़ी कर दी पिस्टल फैक्ट्री, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा

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मेरठ: कैंची कारीगर ने खड़ी कर दी पिस्टल फैक्ट्री, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा

अवैध हथियारों का जखीरा बरामद, 20 हजार रुपये में बेचता था पिस्टल

मेरठ पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए थाना लोहियानगर क्षेत्र में अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। मुखबिर की सूचना पर एसएसपी मेरठ डॉ. विपिन ताडा के निर्देशन में पुलिस टीम ने हुमायूं नगर, गली नंबर 3 में छापा मारकर 13 निर्मित और अर्धनिर्मित पिस्टल, 436 मैगजीन और हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए। पुलिस ने मौके से अभियुक्त मुईज पुत्र जमील को गिरफ्तार कर लिया।

मकान की तीसरी मंजिल पर बना रखी थी पिस्टल फैक्ट्री

गिरफ्तार अभियुक्त मुईज पुत्र जमील ने पूछताछ में बताया कि वह पेशे से कैंची कारीगर था, लेकिन इस काम से ज्यादा पैसा न मिलने के कारण उसने अवैध हथियार बनाने का गोरखधंधा शुरू कर दिया।

मुईज ने अपने मकान की तीसरी मंजिल पर बायोमेट्रिक लॉक लगाकर पूरी पिस्टल फैक्ट्री बना रखी थी, जहां वह चोरी-छिपे अवैध हथियारों का निर्माण करता था। उसने बताया कि वह शस्त्र की दुकान पर भी काम कर चुका था, जिससे उसे हथियारों की बारीकियां सीखने का मौका मिला।

20 हजार रुपये में बेचता था पिस्टल

अभियुक्त मुईज ने खुलासा किया कि वह पिस्टल तैयार करने के बाद उन्हें 20 हजार रुपये में बेचता था। वह पिस्टल के अधबने पार्ट्स राशिद पुत्र इकबाल (श्यामनगर, थाना लिसाड़ी गेट, मेरठ) से खरीदता था और जब पिस्टल पूरी तरह तैयार हो जाती थी, तो वह राशिद और राजकुमार पुत्र नरपत (महिपा जागीर, थाना सिकंदराबाद, बुलंदशहर) को बेच देता था।

थाना लोहियानगर पुलिस को मिला 25 हजार रुपये का इनाम

इस बड़ी सफलता पर एसएसपी मेरठ डॉ. विपिन ताडा ने थाना लोहियानगर पुलिस टीम को 25,000 रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की।

पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसएसपी ने पूरे मामले का खुलासा किया और बताया कि यह संगठित गिरोह लंबे समय से अवैध हथियारों का कारोबार कर रहा था।

बरामदगी का विवरण:

13 पिस्टल (निर्मित)

436 मैगजीन

ड्रिल मशीन (इलेक्ट्रिक) – 01

ग्राइंडर किट – 02

बर्नियर कैलिबर – 02

स्प्रिंग – 04 (छोटे-बड़े)

फायरिंग पिन – 01

बट की लकड़ी – 39 जोड़ी

इस पूरे मामले में पुलिस आगे की जांच कर रही है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

बाइट: एसएसपी मेरठ डॉ. विपिन ताडा

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